100 KVA ट्रांसफॉर्मर से गाँववासियों की जिंदगी में जगमगाई उम्मीद
गोड्डा, झारखंड:
गाँव का विकास सिर्फ़ सड़कों और इमारतों से नहीं होता, बल्कि असली विकास तब होता है जब हर घर में रोशनी पहुँचती है। बिजली की एक किरण बच्चों की आँखों में सपनों की चमक भर देती है और किसानों की मेहनत को नई ऊर्जा देती है। इसी सोच को साकार किया है झारखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री श्री संजय प्रसाद यादव ने, जिन्होंने अपने सौजन्य से ग्राम कोरियाना को 100 KVA का नया ट्रांसफॉर्मर उपलब्ध कराया। जिला परिषद मु एहतेशामुल हक के द्वारा विधिवत उद्घाटन किया गया |
अंधेरे से उजाले की ओर
कोरियाना गाँव अब तक बिजली की समस्या से बुरी तरह जूझ रहा था। पुराना ट्रांसफॉर्मर लोड झेल नहीं पा रहा था, जिससे आए दिन फ्यूज़ उड़ जाता, वोल्टेज घट जाता और घंटों-घंटों गाँव अंधेरे में डूबा रहता।
रात में पढ़ाई करने वाले बच्चों को लालटेन और ढिबरी का सहारा लेना पड़ता था। किसान अपने सिंचाई पंप समय पर नहीं चला पाते थे और महिलाएँ घर का काम अंधेरे में करती थीं। यह गाँव के लिए सिर्फ़ बिजली की कमी नहीं थी, बल्कि यह उनके सपनों और विकास के रास्ते में बड़ी बाधा बन चुकी थी।
लेकिन आज जब गाँव में नए 100 KVA ट्रांसफॉर्मर का उद्घाटन हुआ, तो मानो लोगों के चेहरों पर नई रोशनी आ गई। अब गाँववासी विश्वास के साथ कह सकते हैं कि उनका भविष्य उजाले से भरा होगा।
मंत्री जी का संदेश – "गाँव का विकास ही असली विकास"
उद्घाटन के अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री संजय प्रसाद यादव ने स्पष्ट कहा –
"गाँव की तरक्की ही प्रदेश की तरक्की है। जब गाँव-गाँव रोशनी से जगमगाएँगे, तब ही बच्चों को पढ़ाई, किसानों को खेती और युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। हमारी सरकार का संकल्प है कि हर गाँव तक बिजली पहुँचे और विकास की गति तेज हो।"
उनके ये शब्द सिर्फ़ घोषणा नहीं, बल्कि एक संकल्प का प्रतीक थे। ग्रामीणों ने भी इसे दिल से महसूस किया।
ग्रामीणों की भावनाएँ
गाँव के बुज़ुर्ग रामकृष्ण मंडल की आँखें आज खुशी से चमक उठीं। उन्होंने कहा –
"हमने अपने जीवन में कई बार अंधेरे का दौर देखा है, लेकिन आज लगता है कि हमारे बच्चे रोशनी में अपना भविष्य गढ़ेंगे।"
वहीं गाँव की महिला सुनीता देवी ने भावुक होकर कहा –
"बिजली आने से बच्चों की पढ़ाई अब रुकेगी नहीं। घर का काम आसान होगा और हम भी आधुनिक युग के साथ चल पाएँगे।"
गाँव के युवाओं ने इस कदम को रोजगार और स्वावलंबन की ओर बढ़ाया गया एक अहम कदम बताया। उनका मानना है कि स्थिर बिजली मिलने से छोटे उद्योग-धंधे भी गाँव में शुरू हो सकेंगे।
उम्मीदों की नई किरण
ट्रांसफॉर्मर का लगना सिर्फ़ एक तकनीकी काम नहीं है, बल्कि यह एक नई शुरुआत है। यह गाँव के बच्चों के लिए शिक्षा का उज्ज्वल भविष्य है, किसानों के लिए खेती का भरोसा है और महिलाओं के लिए राहत और सुरक्षा का अहसास है।
यह पहल बताती है कि यदि नीतियाँ सही दिशा में लागू हों और नेताओं का दृष्टिकोण जनता के हित में हो, तो गाँव की तस्वीर बदलने में देर नहीं लगती।
👉 कोरियाना में आज जो 100 KVA ट्रांसफॉर्मर लगा है, वह सिर्फ़ बिजली का उपकरण नहीं, बल्कि यह गाँव के लिए उम्मीद की नई किरण है। यह गाँव को अंधेरे से उजाले की ओर ले जाने वाला वह पुल है, जिस पर चलकर ग्रामीण अपने सपनों और विकास तक पहुँच सकेंगे।
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