बसंतराय में बढ़ता अपराध – शिक्षा पर खतरा, सुरक्षा की मांग तेज
बसंतराय क्षेत्र में अपराध की घटनाएँ लगातार बढ़ती जा रही हैं, जिससे आम नागरिकों के बीच भय का माहौल बन गया है। बीते दिन राहा कब्रिस्तान के समीप स्थित अल्फ़लाह कोचिंग सेंटर में चोरों ने तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया। यह कोचिंग सेंटर वर्षों से सैकड़ों बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रहा है, लेकिन अब अपराधियों की नृशंसता ने यहाँ की शांति और सुरक्षा को गंभीर रूप से प्रभावित कर दिया है।
चोरों ने पूरी बेदर्दी से कोचिंग सेंटर के बिजली मीटर, कुर्सियाँ, टेबल, प्रयोगशाला का सामान और अन्य जरूरी उपकरणों को नष्ट कर दिया। शिक्षा का माहौल ध्वस्त हो गया और छात्रों तथा अभिभावकों में भय और आक्रोश फैल गया। ऐसे स्थान पर हमला जहाँ भविष्य की पीढ़ी शिक्षा ग्रहण कर रही हो, न केवल अपराध है बल्कि समाज के लिए शर्म का विषय भी है।
यह घटना कैथपुरा में बीते दिन घटित कट्टे की नोक पर हुई छिनतई की घटना के बाद सामने आई है। अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ गया है कि दिनदहाड़े स्कूलों और कोचिंग संस्थानों पर हमला कर रहे हैं। प्रशासन की लचर सुरक्षा व्यवस्था से लोग नाराज़ हैं और सख़्त कार्रवाई की माँग कर रहे हैं।
अभिभावकों में डर, शिक्षा बाधित
बसंतराय क्षेत्र में अपराध की घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं। अल्फ़लाह कोचिंग सेंटर में तोड़फोड़ की घटना के बाद स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश है। अभिभावकों का कहना है कि ऐसे माहौल में बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है और परिवारों में डर का माहौल बन गया है। कई माता-पिता ने कहा कि उन्हें बच्चों को बाहर भेजने में डर लग रहा है। “हम अपने बच्चों को शिक्षा के लिए भेजते हैं, लेकिन अपराधियों का निशाना बनने के डर से मन में चिंता बनी रहती है,” एक अभिभावक ने कहा।
कोचिंग सेंटर के संचालक ने बताया कि प्रयोगशाला का महत्वपूर्ण सामान, बिजली मीटर और फर्नीचर की चोरी और तोड़फोड़ ने संस्थान को आर्थिक और मानसिक रूप से झकझोर दिया है। “हम वर्षों से बच्चों की शिक्षा के लिए काम कर रहे हैं, लेकिन अब हम असुरक्षित महसूस कर रहे हैं,” उन्होंने कहा।
कानून व्यवस्था पर सवाल
सिर्फ अल्फ़लाह कोचिंग ही नहीं, कैथपुरा में कट्टे की नोक पर छिनतई की घटना ने क्षेत्र में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। व्यापारी वर्ग और आम नागरिक प्रशासन से तत्काल सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने की माँग कर रहे हैं। कई लोगों ने पुलिस गश्त बढ़ाने और अपराधियों को जल्द पकड़ने की अपील की है।
समाज की जिम्मेदारी
प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, लेकिन अब यह देखना है कि कब तक अपराध पर नियंत्रण पाया जा सकेगा। क्षेत्र की शांति और बच्चों की शिक्षा को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि अपराध की रोकथाम के लिए न केवल पुलिस की कार्रवाई जरूरी है, बल्कि समाज को भी जागरूक होकर सहयोग करना होगा। बच्चों की शिक्षा पर खतरा क्षेत्र के भविष्य को प्रभावित कर सकता है, इसलिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं।
शराब और धूम्रपान करने वालों पर कार्रवाई की जरूरत
स्थानीय लोगों ने यह भी माँग की है कि शिक्षा संस्थानों के आसपास शराब पीने, धूम्रपान करने और असामाजिक गतिविधियों में लिप्त लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। ऐसे व्यवहार से बच्चों में डर और असुरक्षा की भावना पैदा होती है। सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण में ही बच्चे बेखौफ होकर शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं। प्रशासन को चाहिए कि स्कूलों, कोचिंग सेंटरों के आसपास निगरानी बढ़ाए और ऐसे लोगों पर तुरंत कार्रवाई कर बच्चों के उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित करे।
बसंतराय क्षेत्र में बढ़ती अपराध की घटनाओं ने शिक्षा और सामाजिक जीवन पर गंभीर असर डाला है। अल्फ़लाह कोचिंग में हुई तोड़फोड़ और कैथपुरा में छिनतई की घटनाओं ने क्षेत्रवासियों को चिंतित कर दिया है। अब देखना होगा कि प्रशासन, पुलिस और समाज मिलकर कितनी जल्दी इस संकट से निपटते हैं। शिक्षा संस्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करना अब क्षेत्र की प्राथमिकता बन चुका है।
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