आजम पकड़िया में राशन डीलर के खिलाफ ग्रामीणों का मोर्चा, गरीबों का निवाला छीनने का आरोप

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आजम पकड़िया में राशन डीलर के खिलाफ ग्रामीणों का मोर्चा, गरीबों का निवाला छीनने का आरोप

बसंतराय/गोड्डा।

बसंतराय प्रखंड के जमनीकोला पंचायत स्थित आजम पकड़िया गांव में ग्रामीणों ने राशन डीलर परमिला देवी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि डीलर पिछले तीन महीनों से राशन वितरण में लगातार मनमानी कर रही हैं, जिससे गरीब परिवारों का रोजमर्रा का निवाला प्रभावित हो रहा है।

ग्रामीणों ने बताया कि झारखंड सरकार के जनवितरन प्रणाली के तहत उन्हें राशन मिलने में लगातार बाधा उत्पन्न हो रही है। आरोप है कि डीलर अनाज वितरण में अधूरी मात्रा देती हैं, अधिक राशि वसूल करती हैं और नाप-तोल में धोखाधड़ी करती हैं।

ग्रामीणों के आरोप

  • जुलाई, अगस्त और सितंबर माह का राशन वितरण नहीं किया गया।
  • लाभुकों को आधा किलो कम अनाज दिया जाता है और कभी-कभी अधिक राशि वसूली जाती है।
  • कई बार ग्रामीणों ने शिकायत के बावजूद विभागीय कार्रवाई नहीं की।
  • गरीब परिवारों को बार-बार अनाज के लिए भटकना पड़ता है।

ग्रामीणों ने कहा, “तीन महीने से चावल नहीं मिला, हमारे घर में भूख का संकट बढ़ गया है। कई बार शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।”

मोर्चा और विरोध प्रदर्शन

रविवार को सेकड़ों ग्रामीण लामबंद होकर डीलर के खिलाफ रोष प्रकट किया। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों से तुरंत जांच कर डीलर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

ग्रामीणों ने कहा कि डीलर के कारण सरकारी मानकों की पूरी व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और यदि प्रशासन समय पर कदम नहीं उठाता है तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।

स्थानीय प्रशासन ने अभी तक इस मामले पर आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन ग्रामीणों ने जिला उपायुक्त से जांच कर डीलर को निलंबित करने की मांग की है।

ग्रामीणों का कहना है कि तीन महीने से राशन न मिलने के कारण गरीब परिवार गंभीर रूप से प्रभावित हैं, और यह मामला जनहित से जुड़ा गंभीर मुद्दा बन गया है।

प्रशासन और अधिकारी की प्रतिक्रिया

ग्रामीणों के विरोध के बाद जिला प्रशासन में हलचल मची है। सूत्रों के अनुसार, उपायुक्त के निर्देश पर संबंधित अधिकारियों को मामले की जांच के लिए आजम पकड़िया भेजा गया है। अधिकारी मौके पर पहुंचकर राशन वितरण प्रणाली, स्टॉक और वितरण रिकॉर्ड की पड़ताल कर रहे हैं।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “यदि जांच में डीलर के खिलाफ अनियमितताओं की पुष्टि होती है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम गरीब परिवारों के हित में किसी भी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं करेंगे।”

ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो वे सड़क जाम और पंचायत स्तर पर आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे। स्थानीय लोगों का कहना है कि तीन महीने से उन्हें राशन नहीं मिलने के कारण घर में भूख का संकट बढ़ गया है और यह केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामूहिक समस्या बन गई है।

ग्रामीण प्रतिनिधि ने कहा, “हमारा मकसद सिर्फ हमारी आवाज़ प्रशासन तक पहुँचाना है। अगर डीलर के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो हम अपने आंदोलन को और बड़ा करेंगे।”

सामाजिक कार्यकर्ताओं और जन वितरण प्रणाली विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रामीणों की शिकायतें गंभीर हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि जिला प्रशासन को तुरंत ऑडिट टीम भेजकर वितरण प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करनी चाहिए।

विशेषज्ञों का कहना है, “यदि राशन वितरण में गड़बड़ी साबित होती है, तो यह सीधे गरीब परिवारों के जीवन पर असर डालता है। ऐसे मामलों में डीलर को निलंबित करना और स्टॉक की ऑडिट करना अनिवार्य है।”

आजम पकड़िया में राशन वितरण की अनियमितताओं को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। प्रशासनिक कार्रवाई और जांच का इंतजार अब ग्रामीणों और पूरे प्रखंड के लिए महत्वपूर्ण बन गया है। यह मामला केवल राशन वितरण तक सीमित नहीं है, बल्कि सरकारी योजनाओं की विश्वसनीयता और गरीबों के अधिकारों से जुड़ा हुआ है।

इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने दशहरा पर्व की तैयारियों में भी तेजी दिखाई है। बसंतराय प्रखंड के गांवों में बड़ी धूमधाम से रावण दहन और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि त्योहार के समय प्रशासनिक सतर्कता जरूरी है ताकि किसी भी प्रकार की समस्या या अनियमितता से बचा जा सके।


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