
छठ पूजा नजदीक, पर बसंतराय तालाब के घाटों की सफाई नहीं—श्रद्धालुओं में नाराजगी

लोक आस्था का महापर्व छठ नजदीक है, लेकिन बसंतराय प्रखंड मुख्यालय स्थित ऐतिहासिक तालाब के घाटों की सफाई अब तक शुरू नहीं हुई है। इससे श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में नाराजगी और चिंता दोनों देखने को मिल रही है।
श्रद्धालुओं में रोष
हर साल छठ पर्व पर हजारों श्रद्धालु सूर्य देव को अर्घ्य देने घाटों पर पहुंचते हैं। इस बार घाटों पर कीचड़ और गंदगी का अंबार लगा हुआ है। स्थानीय निवासी प्रमोद झा, सीताराम खेतान, बाके लोहारिका, भरत पंडित, वरुण यादव, लोकनाथ गुप्ता, भाजपा नेत्री परिणीता झा, नसीम भैसानी एवं अन्य लोगों ने प्रशासन की लापरवाही पर रोष जताया है।
ग्रामीणों का आरोप है कि सफाई कार्य हर बार की तरह इस बार भी अंतिम समय में शुरू किया जाएगा। उन्होंने प्रखंड प्रशासन से तुरंत सफाई अभियान चलाने, घाटों की मरम्मत, बिजली और सुरक्षा की उचित व्यवस्था करने की मांग की है ताकि श्रद्धालु निर्बाध रूप से सूर्योपासना कर सकें।
प्रशासन का जवाब
संवाददाता द्वारा पूछे जाने पर प्रखंड पदाधिकारी श्री मरांडी ने बताया कि “समय से पहले छठ घाट की सफाई कर दी जाएगी।” हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे आश्वासन हर साल मिलते हैं लेकिन कार्य देर से होता है।
छठ केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि जनआस्था का प्रतीक है। हर वर्ष इस पर्व में हजारों श्रद्धालु भाग लेते हैं। इसलिए प्रशासनिक लापरवाही इस आस्था को ठेस पहुँचा सकती है। लोगों ने कहा कि छठ की तैयारियों में कोई भी ढिलाई स्वीकार्य नहीं है।
लोगों ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि दिखावटी तैयारियों से आगे बढ़ते हुए ठोस कदम उठाए जाएं ताकि श्रद्धालु साफ-सुथरे और सुरक्षित माहौल में पूजा कर सकें।
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