
छठ महापर्व की तैयारी शुरू, उपविकास आयुक्त गोड्डा सहित अधिकारियों ने किया घाटों का निरीक्षण
उपविकास आयुक्त दीपक कुमार दूबे के नेतृत्व में शहरी क्षेत्रों के प्रमुख घाटों पर साफ-सफाई, सुरक्षा और यातायात व्यवस्था की समीक्षा; श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए निर्देश जारी।
निरीक्षण के दौरान उपविकास आयुक्त के साथ अनुमंडल पदाधिकारी बैद्यनाथ उरांव, प्रखंड विकास पदाधिकारी दयानंद जयसवाल, नगर प्रशासक व जनसंपर्क पदाधिकारी अरविंद प्रसाद अग्रवाल तथा सिटी मैनेजर रोहित कुमार गुप्ता उपस्थित थे। टीम ने शहर के प्रमुख घाट — मूलर्स टैंक, शिवगंगा तालाब (शिवपुर), राज कचहरी तालाब (रौतारा), कछिया नदी एवं गोढ़ी तालाब — का विस्तृत निरीक्षण किया।
निरीक्षण में घाटों के चारों ओर सफाई की स्थिति, घाटों तक पहुंच मार्ग, विद्युत आपूर्ति, पानी की व्यवस्था, सीटिंग/चेंजिंग रूम और आपातकालीन निकास मार्गों की समीक्षा की गई। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि समय पर निम्नलिखित कार्य पूरे कर दिए जाएं ताकि पूजा के दौरान किसी भी तरह की असुविधा न रहे।
- सभी घाटों की गहन सफाई एवं कचरा प्रबंधन सुनिश्चित किया जाए।
- चेंजिंग रूम व शौचालयों का निर्माण/रिनोवेशन समय से पूरा किया जाए।
- घाटों पर बेरिकेडिंग व डेंजर ज़ोन की स्पष्ट पहचान कर चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं।
- विद्युत व्यवस्था की जांच कर फाल्ट-प्रूफ व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
- सुरक्षा हेतु पर्याप्त पुलिस व होमगार्ड तैनात किए जाएं व ड्यूटी प्लान तैयार हो।
- यातायात प्रबंधन के लिए मार्ग चिन्हित कर अस्थायी रूट व पार्किंग व्यवस्था की जाए।
“छठव्रतियों व श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो — यही प्राथमिकता है। आवश्यक कार्रवाई समय पर करें, और जोखिम वाले क्षेत्रों में विशेष सतर्कता रखी जाए।” — उपविकास आयुक्त, गोड्डा (दीपक कुमार दूबे)
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने घाटों से जुड़ी कमजोरियों की सूची भी तैयार की, जिनमें किनारों की मरम्मत, सीढ़ियों की मजबूती, एवं तटीय रोशनी सुधारना प्रमुख है। विशेष रूप से कछिया नदी और गोढ़ी तालाब के किनारे जोखिम वाले बिंदुओं की पहचान कर वहां पर अस्थायी सुरक्षा नालियाँ व चेतावनी संकेत लगाने को कहा गया।
मूलर्स टैंक
साफ-सफाई की आवश्यकता। चेंजिंग रूमों की मरम्मत और अतिरिक्त लाइटिंग की मांग।
शिवगंगा तालाब (शिवपुर)
सीढ़ियों के किनारे बाउंड्री व बेरिकेडिंग की व्यवस्था आवश्यक। भीड़ प्रबंधन हेतु अतिरिक्त पुलिस स्टेशनों का सुझाव।
राज कचहरी तालाब (रौतारा)
विधुत तारों के पास सुरक्षा दूरी सुनिश्चित करने के निर्देश। यातायात पुनर्निर्देशन की योजना बनाये।
कछिया नदी एवं गोढ़ी तालाब
डेंजर जोन की पहचान; आपातकालीन निकास मार्गों का नक्शा तैयार किया जाना अनिवार्य।
उपविकास आयुक्त ने स्पष्ट किया कि यह निरीक्षण प्रशासनिक तैयारियों के प्रारंभिक चरण का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में सभी छठ पूजा समितियों के साथ व्यापक बैठक कर हर घाट के लिए ड्यूटी रोस्टर, साफ-सफाई शेड्यूल और आपातकालीन संपर्क सूची तैयार की जाएगी।
उन्होंने स्थानीय अधिकारियों से कहा कि वे जनसामान्य से संवाद कर मार्गदर्शन दें तथा किसी भी शिकायत की स्थिति में त्वरित समाधानों के लिए हेल्प-लाइन नंबर सक्रिय रखें। इसके साथ ही, लोगों से भी अपील की गई है कि वे निर्धारित स्थानों पर ही पूजा और विसर्जन का पालन करें और कूड़ा-गंदगी को फैलाने से बचें।
गौरतलब है कि उपायुक्त गोड्डा के निर्देश के तहत संबंधित प्रखंडों में भी अधिकारियों द्वारा घाटों का निरीक्षण जारी है तथा वहां पर विशेष सफाई अभियान चलाए जा रहे हैं ताकि ग्रामीण व शहरी दोनों क्षेत्रों में छठ पूजा सुचारू रूप से सम्पन्न हो सके।
स्थानीय प्रशासन ने मीडिया और समितियों को भी आग्रह किया है कि वे पूजा के दिनों में विशेष तौर पर बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों की सुविधाओं का ध्यान रखें एवं भीड़ को नियंत्रित करने में सहयोग दें।
उपविकास आयुक्त के नेतृत्व में हुआ यह निरीक्षण अहम कदम है। समय रहते की गई तैयारियाँ और प्रभावी समन्वय ही सुनिश्चित कर पाएगा कि छठ महापर्व गोड्डा में सुशोभित, सुरक्षित और व्यवस्थित रूप से मनाया जाए।