गांधी मैदान, गोड्डा में “खेलो झारखंड 2025-26” का जिला स्तरीय खेल-कूद प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ






खेलो झारखंड 2025-26 अन्तर्गत जिला स्तरीय खेल-कूद प्रतियोगिता का शुभारंभ गुरुवार को ऐतिहासिक गांधी मैदान, गोड्डा में बड़े ही उत्साह और जोश के साथ किया गया। इस अवसर पर जिले भर से आए सैकड़ों खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों, शिक्षकों और गणमान्य लोगों की उपस्थिति में पूरा मैदान तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। कार्यक्रम की शुरुआत अनुमंडल पदाधिकारी, गोड्डा श्री बैद्यनाथ उरांव, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्रीमती मिथिला टुडू, और जिला खेल पदाधिकारी डॉ. प्राण महतो सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीप प्रज्वलन और गुब्बारा उड़ाकर की गई। इस औपचारिक उद्घाटन के साथ ही गोड्डा जिले में खेलों की नई ऊर्जा और नई उमंग का संचार हुआ।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित अनुमंडल पदाधिकारी श्री बैद्यनाथ उरांव ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि —
खेल केवल शारीरिक गतिविधि नहीं, बल्कि यह अनुशासन, साहस, आत्मविश्वास और मानसिक दृढ़ता का प्रतीक है। खेल व्यक्ति में एकाग्रता और नेतृत्व क्षमता को विकसित करता है। जो खिलाड़ी आज मैदान में पसीना बहाते हैं, वही कल राज्य और देश का नाम रौशन करते हैं।
उन्होंने सभी प्रतिभागियों से कहा कि वे जीत-हार से ऊपर उठकर अपने खेल के प्रति समर्पित रहें और खेल भावना को हमेशा सर्वोपरि रखें।
डॉ. प्राण महतो, जिला खेल पदाधिकारी, ने अपने संबोधन में कहा कि खेल केवल शरीर को नहीं, बल्कि मन और विचारों को भी स्वस्थ बनाता है। उन्होंने कहा —
युवा पीढ़ी को खेलों की ओर आकर्षित करना समय की मांग है। यह प्रतियोगिताएं बच्चों में अनुशासन, टीम भावना, आत्मविश्वास और प्रतिस्पर्धा की भावना को प्रोत्साहित करती हैं। हम चाहते हैं कि गोड्डा के खिलाड़ी आने वाले वर्षों में राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करें।
उन्होंने यह भी बताया कि “खेलो झारखंड” अभियान राज्य सरकार की एक ऐसी पहल है जो ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के युवाओं को एक मंच प्रदान करती है, जिससे वे अपनी प्रतिभा को निखार सकें।
जिला शिक्षा पदाधिकारी श्रीमती मिथिला टुडू ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा कि खेल हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं। उन्होंने कहा —
नियमित खेलों में भाग लेने से न केवल तनाव और चिंता कम होती है, बल्कि व्यक्ति के भीतर आत्मविश्वास, अनुशासन, प्रेरणा और नेतृत्व क्षमता का विकास भी होता है। शिक्षा के साथ-साथ खेल भी बच्चों के सम्पूर्ण विकास के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
उन्होंने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे खेल को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और जिले का नाम रौशन करें।
प्रतियोगिता के पहले दिन विभिन्न वर्गों में खिलाड़ियों ने अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई। एथलेटिक्स के अंडर-14, अंडर-17 और अंडर-19 बालक एवं बालिका वर्गों की प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। इनमें 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर, 600 मीटर, 800 मीटर, 1500 मीटर और 3000 मीटर दौड़, भाला फेंक, गोला फेंक, चक्का फेंक, ऊँची कूद, लंबी कूद, तथा 4x100 मीटर और 4x400 मीटर रिले रेस शामिल थीं। इसके अलावा टीम खेलों में फुटबॉल, हॉकी, कबड्डी, खो-खो और तीरंदाजी की प्रतियोगिताओं ने दर्शकों का मन मोह लिया। बच्चों के चेहरे पर जोश और आत्मविश्वास देखते ही बनता था। मैदान के चारों ओर दर्शकों की भीड़ खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ा रही थी।
इस प्रतियोगिता में जिले के सभी प्रखंडों — बसंतराय, पथरगामा, महागामा, सुंदरपहाड़ी, मेहरमा, बोरियो, और गोड्डा शहरी क्षेत्र — से चयनित खिलाड़ियों ने भाग लिया। सभी खिलाड़ियों के लिए जिला प्रशासन और आयोजन समिति की ओर से खेल सामग्री, आवास और भोजन की व्यवस्था की गई थी। प्रतियोगिता के सुचारू संचालन के लिए खेल विभाग के अधिकारियों, शिक्षकों और स्वयंसेवकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आयोजन समिति के द्वारा मैदान में पेयजल, चिकित्सा सहायता, सुरक्षा व्यवस्था, प्राथमिक उपचार केंद्र, विश्राम स्थल और तंबू व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया था। डॉ. प्राण महतो ने बताया कि सभी खिलाड़ियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, और उनके प्रदर्शन को निष्पक्ष रूप से मूल्यांकित करने के लिए प्रशिक्षित निर्णायकों की टीम तैनात की गई है।
इस अवसर पर उपस्थित शिक्षकों, अभिभावकों और गणमान्य नागरिकों ने कहा कि ऐसे आयोजन जिले के युवाओं में खेलों के प्रति उत्साह जगाने में अहम भूमिका निभाते हैं। “खेलो झारखंड” न केवल एक प्रतियोगिता है, बल्कि यह एक आंदोलन है जो युवाओं को बेहतर दिशा और अवसर प्रदान करता है।
खेलो झारखंड 2025-26 के तहत आने वाले दिनों में राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं के लिए खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा। गोड्डा से चयनित विजेता खिलाड़ी रांची में आयोजित होने वाली राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे। खेल विभाग ने यह भी संकेत दिया कि जिले में आगे और खेल मैदानों का विकास, प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन और ग्रामीण खेल प्रतिभाओं की खोज के लिए विशेष योजना तैयार की जा रही है।
“खेलो झारखंड 2025-26” का यह आयोजन गोड्डा जिले के लिए केवल एक खेल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है — युवाओं के आत्मविश्वास, अनुशासन और सामूहिक विकास की दिशा में एक सशक्त कदम। गोड्डा के गांधी मैदान से उठी यह खेल भावना की लौ अब पूरे जिले में नई ऊर्जा का संचार करेगी।
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