कैथिया के ग्रामीणों ने दिखाया हौसला: चावल-गेहूं बेचकर जुटाया पैसा, मंगवाई जेसीबी और करवाई गांव की सफाई
📰 संवाददाता: दिवाकर शर्मा | गोड्डा
विकास की अनदेखी से त्रस्त गोड्डा जिले के बसंतराय प्रखंड के कैथिया पंचायत का कैथिया गांव आखिरकार अपनी बदहाली से उबरने के लिए खुद ही मैदान में उतर आया। वर्षों से कीचड़ में जी रहे ग्रामीणों ने अब नेताओं और सरकार के वादों पर भरोसा छोड़कर स्व-सहायता से गांव की सफाई की शुरुआत कर दी।
कैथिया गांव, जो नाले की सुविधा से वंचित होने के कारण नाला विहीन गांव के नाम से जाना जाता था, पिछले 30 वर्षों से गंदगी और कीचड़ की समस्या से जूझ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि चुनाव के समय हर दल के नेता बड़े-बड़े वादे करके आते हैं, लेकिन चुनाव बीतते ही वे वादे हवा हो जाते हैं।
सरकार और जनप्रतिनिधियों की अनदेखी से तंग आकर ग्रामीणों ने गांव की बैठक बुलाई। बैठक में निर्णय लिया गया कि अब किसी का इंतजार नहीं करेंगे। इसके बाद गांव के युवाओं ने पहल की और हर घर से चावल-गेहूं बेचकर 200-200 रुपये इकट्ठा किए। जुटाई गई राशि से ग्रामीणों ने जेसीबी मशीन मंगवाई और नाले की खुदाई करवाई।
जैसे ही कैथिया के ग्रामीणों की यह पहल सोशल मीडिया पर फैली, कई पूर्व और वर्तमान जनप्रतिनिधि भी गांव पहुंचे और सहयोग देने का आश्वासन दिया। ग्रामीणों के इस स्व-सहायता अभियान की हर तरफ सराहना हो रही है।
गांववासियों ने साफ कहा कि अगर इस पंचवर्षीय कार्यकाल में कैथिया गांव को कीचड़ और गंदगी से स्थायी मुक्ति नहीं मिली, तो आने वाले चुनाव में किसी भी दल के जनप्रतिनिधि को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा। ग्रामीणों की इस सामूहिक पहल ने साबित कर दिया कि जब लोग ठान लें तो संसाधनों के अभाव में भी बदलाव लाया जा सकता है।
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