गोड्डा जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त अंजली यादव ने बोआरीजोर प्रखंड अंतर्गत सुंदर डैम के सौंदर्यीकरण और पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु डैम का निरीक्षण किया। इस दौरान विभिन्न विकास परियोजनाओं का जायजा लिया गया। उनके साथ जिले के वरीय अधिकारी भी मौजूद रहे और स्थानीय ग्रामीणों तथा जनप्रतिनिधियों के साथ विस्तृत चर्चा की गई।
पर्यटन विकास की रूपरेखा
निरीक्षण के दौरान सुंदर डैम में वाच टावर, पार्क निर्माण, बाउंड्री वॉल, झूला, कनेक्टिंग ब्रिज, इको टूरिज्म विलेज, भवन निर्माण, पेयजल की व्यवस्था सहित अन्य प्रमुख बिंदुओं को लेकर संबंधित अधिकारियों, ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श किया गया। यह निरीक्षण सुंदर डैम को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
"गोड्डा जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है। यह पर्यटन के लिहाज से ऐसे स्थल पर अवस्थित है जहां पर झारखंड, बिहार, बंगाल एवं अन्य राज्यों के पर्यटक भी आते रहते हैं। सुंदर डैम के विकास से न सिर्फ स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।"
- उपायुक्त अंजली यादव
उपायुक्त महोदया ने बताया कि सुंदर डैम का विकास एक समग्र दृष्टिकोण के साथ किया जाएगा, जिसमें पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय समुदाय के हितों का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इस परियोजना से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए आजीविका के नए स्रोत भी खुलेंगे।
निरीक्षण के मुख्य बिंदु
निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त के द्वारा वरीय पदाधिकारियों के साथ सुंदर डैम के इको टूरिज्म भवन एवं कैचमेंट एरिया का भ्रमण किया गया। डैम में किसी तरह का अतिक्रमण ना हो इसके लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निदेश दिए गए। इस दौरान उन्होंने पहाड़ी पर चढ़ कर सुंदर डैम के विभिन्न क्षेत्रों का जायजा लिया।
उपायुक्त अंजली यादव ने बताया कि सुंदर डैम के विकास होने से जहां एक ओर शैलानियों का आना जाना बढ़ेगा वहीं स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार को प्रोत्साहन तथा बड़ी संख्या में रोजगार के साधन भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे और क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने स्थानीय ग्रामीणों से भी बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना। ग्रामीणों ने इस परियोजना का स्वागत किया और कहा कि इससे उनके क्षेत्र का विकास होगा और उनके बच्चों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह परियोजना जल्द पूरी होगी और क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
उपस्थित पदाधिकारी
निरीक्षण के क्रम में निम्नलिखित पदाधिकारीगण उपस्थित रहे। इन सभी अधिकारियों ने परियोजना की विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार रखे और आगे की कार्ययोजना पर चर्चा की:
संबंधित प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारीगण भी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने इस परियोजना को सफल बनाने के लिए अपना पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया।
भविष्य की योजनाएं
सुंदर डैम पर्यटन विकास परियोजना के तहत आने वाले समय में कई महत्वाकांक्षी योजनाएं शामिल हैं। इनमें न केवल बुनियादी ढांचे का विकास शामिल है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय समुदाय के कल्याण पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। परियोजना के पहले चरण में वाच टावर, पार्क और बाउंड्री वॉल का निर्माण शामिल होगा।
दूसरे चरण में इको टूरिज्म विलेज और कनेक्टिंग ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। तीसरे चरण में आधुनिक सुविधाओं से युक्त भवनों का निर्माण और पेयजल की व्यवस्था की जाएगी। इस पूरी परियोजना को 18 महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। परियोजना पूरी होने के बाद सुंदर डैम झारखंड का एक प्रमुख पर्यटन स्थल बन जाएगा।
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