हांवारा थाना प्रभारी ध्रुव कुमार ने चलाया कंबल वितरण अभियान — ठंड से बचाने की इंसानियत भरी पहल
ठंडी हवाओं और कड़ाके की सर्दी के बीच गोड्डा जिले के हनवारा क्षेत्र में एक अहम मानवीय पहल सामने आई है। स्थानीय थाना प्रभारी ध्रुव कुमार ने अपने स्तर पर गरीब और असहाय परिवारों तक कंबल पहुंचाने का अभियान चलाया — एक ऐसा कदम जिसने इलाके में उम्मीद और राहत की लहर जगा दी है।
यह पहल विशेष रूप से उन परिवारों के लिए जीवनदायिनी साबित हुई, जिनके पास ठंड से बचने के लिए पर्याप्त साधन नहीं हैं। अभियान के दौरान पुलिस टीम ने घर-घर जाकर जरूरतमंदों की सूची बनाई और प्राथमिकता के आधार पर सबसे अधिक आवश्यकता वाले परिवारों को कंबल वितरित किए। कंबल पाकर कई बुजुर्गों और बच्चों की आंखें नम हो गईं — कुछ ने तो कहा कि यह उनकी मुश्किल दिनों में पहली बार ऐसा महसूस है कि कोई उनके लिए आया है।
ठानाध्यक्ष ध्रुव कुमार ने कहा, “पुलिस का काम सिर्फ कानून-व्यवस्था कायम करना ही नहीं है। समाज की सेवा और जरुरतमंदों की मदद करना भी हमारी जिम्मेदारी है। हमने सोचा कि इस ठंड के मौसम में जो लोग संघर्ष कर रहे हैं, उनके लिए थोड़ी सी राहत भी बड़ी मायने रखेगी।” उनका यह बयान स्थानीय लोगों के बीच गहरी सकारात्मक प्रतिक्रिया का कारण बना।
कंबल वितरण अभियान में पुलिस कर्मियों ने न सिर्फ कंबल बांटे, बल्कि स्थानीय निवासियों से वार्तालाप कर उनकी अन्य आवश्यकताओं को भी सुना। कई ऐसे घर मिले जहां छत-फर्श में दरारें और टूटी-फूटी झोपड़ियाँ थीं; वहां के रहने वालों ने बताया कि सर्दी में स्थिति और भी कठिन हो जाती है। यह अभियान फिलहाल तत्काल राहत पहुंचाने के मकसद से किए गए कदमों में से एक था, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासनिक स्तर पर भी दीर्घकालिक मदद की आवश्यकता है।
स्थानीय समाजसेवी संस्थाओं और स्वयंसेवकों ने भी इस पहल में सहयोग दिया। कुछ नागरिकों ने व्यक्तिगत रूप से कंबल दान किए, तो कुछ ने वितरण के समय व्यवस्था में मदद की। इसी तरह की सामूहिक कोशिशों ने यह साबित कर दिया कि जब प्रशासन और नागरिक एक साथ मिलकर काम करते हैं तो कठिन से कठिन समय को भी आसान बनाया जा सकता है।
इस कदम से स्पष्ट संदेश मिला है कि वर्दी पहनने वाले अधिकारी भी इंसानियत को प्राथमिकता दे सकते हैं और छोटे-छोटे कदम भी किसी की जिंदगी में बड़ा फर्क ला सकते हैं। स्थानीय लोग चाहेंगे कि यह पहल केवल एक बार की घटना न रहकर निरंतरता के साथ चलती रहे, ताकि हर आने वाली ठंडी रात में किसी के पास गर्माहट की कमी न रहे।
अंत में, थाना प्रभारी ध्रुव कुमार की इस मानवीय पहल ने साबित कर दिया है कि सार्वजनिक सेवा और संवेदनशील प्रशासन एक साथ जुड़कर समाज के सबसे कमजोर वर्गों को राहत पहुंचा सकते हैं। इस अभियान को देखकर आसपास के अन्य क्षेत्र भी प्रेरित हुए हैं और कुछ ही दिनों में पड़ोसी इलाके के कुछ नागरिकों ने भी छोटी मात्रा में कंबल दान करने की घोषणा की है।
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